ब्राह्मणों ने देश को जोड़ा है
मैं ब्राह्मण नही हु बल्कि जाति से कायस्थ हु पर खुले दिल से लिख रही हु आज बहुत सारे लोग ब्राह्मणों पर आरोप लगाते हैं पर वास्तविकता यह है कि ब्राह्मणों ने ही देश को एक धागे में पिरो कर रखा है नहीं तो देश एक नहीं रह जाता भारत देश में सिर्फ एक ऐसी जाती है जो हर राज्य में पाई जाती है चाहे वह तमिलनाडु हो चाहे केरल हो चाहे आसाम हो चाहे कश्मीर हो महाराष्ट्र या पंजाब दूसरी ऐसी कोई जाति नहीं है जो कि पूरे देश में पाई जाती हो ब्राह्मणों ने ही बहुत सारे त्यौहार बहुत सारी परंपरा बहुत सारे रीति रिवाज ऐसे बना दिए हैं जो कि पूरे देश में मिल जाते हैं जैसे तिलक लगाना ,जनेऊ, पहनना, कलावा बांधना, गायत्री मंत्र ,पीपल की पूजा, आरती करना, ब्रत रखना, गृह प्रवेश पूजा करना , नारियल फोड़ना यही कारण है कि आज जब एक आसाम का बारिया सलोई या तांत्री जाती का ब्यक्ति तमिलनाडु में भी जाता है तो उसको इन्ही रिवाजो के कारण तमिलनाडु अपना सा लगता है एक आंध्र प्रदेश का कापू कुरबा तेलेगा अगारू जाति का व्यक्ति मध्यप्रदेश में भी आता है तो उसे मध्यप्रदेश भी अपना सा लगता है ...