comment on dasi putri rajput
26 फरवरी 1657 को अहमद शाह अब्दाली ने अपने कमांडर जहान खान को सूरजमल जाट पर अटैक करके जाटों का नरसंहार करने का आदेश दिया और बोला कि एक भी जाट बचना नहीं चाहिए जहान खान 20000 की विशाल सेना लेकर सूरजमल जाट पर आक्रमण कर दिया हजारों लोगों का नरसंहार किया पुजारियो की हत्या की
मुसलमान अपना पजामा खोलकर खतने का प्रमाण दिखाते थे तब उनको छोड़ दिया जाता था रास्ते में उसने मूर्तियों का ध्वंश किया, हजारो औरतों ने कुएं में कूद कर अपनी जान बचाई जो बच गई हर अफगान सैनिक हिन्दू औरत का बलात्कार किया और उन्हें लूटकर दिल्ली ले गया 20000 सैनिकों ने इस तरह से हजारो औरते अपने कब्जे में की संदर्भ fall of mughal empire volume 2 by jadunath sarkar, chapter - abdali ordere sack of mathura page 117 to 124
23 अक्टूबर 1567 को अकबर ने विशाल सेना लेकर चित्तौड़ के महाराज उदय सिंह ( राणा प्रताप के पिजा जी) पर आक्रमण कर दिया राजपूत 6 महीने तक लड़ते रहे रसद खत्म होने पर 6 महीने बाद जयमल के नेतृत्व में राजपूतों ने नंगी तलवार लेकर मुगल सैनिकों पर टूटकर हजारो को नर्क में पहुचाते हुए शाका किया सभी राजपूत वीरगति को प्राप्त हुए किले की 6000 हजार राजपूत औरतों ने जौहर किया उसके बाद अकबर की सेना किले में घुसी और बचे हुए अन्य 25 हजार सभी निहत्थे हिंदुओं के जवान लोगों का 3 दिन तक कत्लेआम किया बची अन्य हिन्दू औरते पर मुगल सैनिकों ने कब्जा किया संदर्भ चित्तौड़ का तीसरा जौहर
15 दिसम्बर 1670 को औरंगजेब के आदेश पर हसन अली खान ने गोकुल जाट पर आक्रमण करके उनके हाथ पैर काट दिए फिर हत्या कर दी सैकड़ो औरतों को सरदारों में बाट दिया गया गोकुल जाट के पूरे परिवार के 100 औरतों पर कब्जा कर लिया उसके पुत्र को ज़बरदस्ती मुसलमान बना दिया और उनकी पुत्री की एक गुलाम सैफ कुली से शादी करवा दी संदर्भ औरंगजेब की मसाई अलमगीरी अनुवाद जदुनाथ सरकार चैप्टर 12 page नम्बर 57 और 58
29 अगस्त 1635 को शाहजहां ने अपने कमांडर अब्दुल्ला खान फिरोज जंग को झूझर सिंह बुंदेला पर आक्रमण करने का आदेश दिया झूझर सिंह की हत्या कर दी गई फिर रानी पार्वती ने खुद तलवार लेकर मुगलों से मुकाबला किया लेकिन वह रणभूमि में वीरगति को प्राप्त हुई लेकिन मुगल सेना को जो भी औरतें मिले उन सब पर उन्होंने कब्जा कर लिया और वो हरम में भेज दी गई।राजकुमार उदयभान को मुसलमान बनने के लिए जबरदस्ती बोला गया उनके इनकार करने पर उनकी हत्या कर दी गई संदर्भ later mugal by jadunath srkar page number 221
मुहम्मद बिन कासिम महमूद गजनवी तैमूर लंग ने अपने आक्रमण में 50 हजार लोगों का नरसंहार किया हजारों औरतें लूट करके उसके सैनिक अपने साथ ले गए सभी जाति की हजारो हिन्दू औरते गजनी में बेची गई
जिस किसी भी मुस्लिम आक्रमणकारी ने हिंदू राजा पर आक्रमण किया जीतने के बाद जमकर पूरे शहर में लूटमार की सैनिकों ने औरतों पर कब्जा किया
उस समय के राजा कई रानियां और बहुत सी रखैल भी रखते थे जोकि सभी जातियों की होती थी सिर्फ रानियों के बच्चों को राज का अधिकार होता था दूसरे के बच्चों को नहीं इसके अलावा कुछ नर्तकियों को भी पत्नी के रूप में रखते थे जिनके बच्चों को भी राजा के बच्चों जैसा अधिकार नहीं मिलता था संदर्भ emobiding royal concubinance by priyanka khare page 140
वैसे तो पुत्री देने की कहानी उस समय के सिर्फ कुछ मुसलमान इतिहास कारो ने झूठ फैलाने के लिए लिखी है लेकिन चलो मान लो कि उन्होंने अपने किसी अन्य जाती की रखैल की पुत्री नर्तकी की पुत्री या कोई भी पुत्री देकर के अगर तुम्हारी जाती की और अपनी प्रजा के सभी जाति की हिंदुओं की लड़कियों, औरतों की विदेशी मुसलमान सेना से इज्जत लूटने से बचा ली उनको गजनी की मार्किट में बिकने से बचा लिया उनको कुएं में कूदने से बचा लिया तो उनका एहसान मानो पैर छुओ
दासी पुत्री छोटा कमेंट
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